जिंदगी और मौत इस संसार का सबसे रहस्यमय पहेली है, जिसका उल्लेख हम आज आपने इस जिंदगी और मौत पर शायरी के माध्यम से करने जा रहे हैं। ज़िंदगी और मौत, यह दोनों ही हमारे इस जीवन का सच्चाई हैं जिनसे कोई नहीं बच सकता। ज़िंदगी हमें सपने देखने, प्यार करने, संघर्ष करने और खुशियों को संजोने का मौका देती है जबकि मौत हमें इस दुनिया की असली हकीकत से रूबरू कराती है।

इस जिंदगी और मौत पर शायरी संग्रह में आप पाएंगे जिंदगी की कड़वी सच्चाइयों, मौत की रहस्यमयी शांति और इंसान के जज़्बातों को खूबसूरत अल्फाज़ में पिरोई हुई बहुत ही बेहतरीन शायरी। कभी आपको यह “जिंदगी और मौत पर शायरी” सोचने पर मजबूर करेगी तो कभी आपके दिल को सुकून देगी। अगर आपको गहराई में डूबी शायरी पसंद है, जो ज़िंदगी और मौत के मायनों को समझने में मदद करे तो यह संग्रह आपके लिए ही है। तो आइये देखते हैं इस बेहतरीन जिंदगी और मौत पर शायरी को।
जिंदगी और मौत पर शायरी Love
“जिंदगी जिनी भी, पर मौत की चाहत हो गयी। जब से प्यार में धोखा मिला है, सच कहता हूं तब से जिन्दगी और मौत के बीच मैं लटका हूँ।।”

“दुःख इतना है कि जीने का दिल नहीं करता, घर वालों की जिम्मेदारी इतनी है कि मरने के बारे में भी मैं सोच नहीं सकता।।”
“जिंदगी की गम मौत से मिटाई नहीं जाती, पराया को अपना बनाई नहीं जाती। कौन कहता है सफ़लता सब कुछ दिलाती हैं, अक्सर मोहब्बत की पन्ने दुबारा उल्टाई नहीं जाती।।”
“दुःख तो बहुत हैं मगर दिखाए किसे, जिन्दगी जीने की चाहत लाए कैसे। कोई हमे भी बता दो आगे बढ़ना है कैसे, हम तो अभी भी उसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं।।”
“जिंदगी और मौत का तुलना मत कर, कभी कभी इंसान बहुत ही टूट जाता है। बाद जिंदगी चल रही होती है पर बन्दे की मौत हो जाती है।।”
जिंदगी और मौत पर शायरी लाइफ और करिअर

“चाहत थोड़ी बड़ी थी, गलती मेरा तो नहीं। मेहनत बहुत किए थे पर असफल हो गए, कम से कम असफलता के डर से मैं रुका तो नहीं।।”
“उम्मीद थी कुछ करने की, पर जिंदगी ने ठोकर दे दी। कोशिश किए थे सफ़लता प्राप्त करने की, पर असफ़लता से गले लग गए।।”
“जीवन के अंधेरे में रोशनी का तलाश कर रहे हैं। चाहा बहुत था दर्द को कम करने की, पर गम के पहाड़ों के नीचे हम अब भी दबे हैं।।”
“मौत किसी की चाहत नहीं होती, मजबूरी मौत को चाहत बना देती है। हारे हुए इंसान से ज्यादा, मरे हुए इंसान की वैल्यू होती है।।”
जिंदगी और मौत पर शायरी Inspirational

“जिंदगी कठपुतली ना बन जाए, थोड़ा हारना जरूरी है। चाहे मेहनत कितनी भी करना क्यूँ ना पड़े, पर हार के बाद जितना भी जरूरी है यार!”
“जिंदगी और मौत के मैदान में फंसे हैं, थोड़ी भी खुशी कोई दूसरा ढूंढ देगा क्या? पत्थर को मूर्ति बनने के लिए चोट सहना पड़ता है, सफ़लता के लिए चोट सहना होगा, चोट सहने के लिए तुम तैयार हो गए हों क्या?”
उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह शायरी संग्रह पसंद आया होगा। शायरी के माध्यम से अपने भावना को शब्दों में व्यक्त करना बहुत आसान है। कभी-कभी हम सोचते हैं, जीवन बहुत ही उलझी हुई होती अगर शायरी ना होती तो, क्योंकि ऐसा बहुत कुछ है जो हम नहीं कह पाते हैं लेकिन शायरी सबकुछ कह देता है। मैं लेखक अभिमन्यु कुमार एक लेखक के तौर पर हमेशा आप लोगों के साथ हैं और आपकी भावनाओं का हम कदर करते हैं। और उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह शायरी लेख पसंद आया होगा, अपना राय comment में जरूर बताए। आप सभी का बहुत बहुत धन्यावाद!