
क्या प्यार हमारा सच्चा है? इस सवाल का डर भी होता है और अगर सच्चा हो तो उससे कहीं ज्यादा खुशी भी होता है। आज का हमारा यह पोएट्री (Hindi Love Poem) यानी कविता “क्या प्यार हमारा सच्चा है” आपके लिए कुछ खास प्यार की भावना को व्यक्त करने जा रहा है। कैसे एक प्रेमी अपने प्रेमिका के बारे में सोच रहा है और उसे समझने की कोशिश कर रहा है और अपनी प्रेमिका से पूछ रहा हैं।
क्या प्यार हमारा सच्चा है Full Poetry
रूप-रंग तो अच्छा है, व्यवहार तुम्हारा बच्चा है, पाया जब से मैंने तुमको, यह खुशी सुकून सब अब अपना है, मैंने चाहा है तुमको, तुमने भी चाहा है मुझको, अपनी लव स्टोरी की बातें, अभी बहुत ही अच्छा है, क्या प्यार हमारा सच्चा है..!!
आ ना जाए क्लाइमैक्स कहीं पर, चलता रहे अपना प्यार यूही जिंदगी भर, कभी कभी मैं डरता हूँ, तुम्हें ना खो दु कहीं पर, यह बात हमेशा खलता है, यह कलयुग है, यहां हर पल रिश्ते बिकते-टूटते हैं, क्या प्यार हमारा सच्चा है…!!
जब जान लो इस दुनिया को, कुछ मान लो सच इस दुनिया की, हम टूट रहे थे पल पल, तुम साथ खरी रही थीं उस पल, विश्वास तुम्हीं पर अच्छा है, प्यार तुम्हीं से सच्चा है, अब तुम भी एक बात कहो, क्या प्यार हमारा सच्चा है…!!
इस कविता में एक लड़का अपने भाव को व्यक्त कर रहा है और कहता है आपने प्रेमिका से “ तुम बहुत अच्छी हो, तुम्हारा व्यवहार भी बहुत अच्छा है, और मुझे कभी कभी बहुत दर लगता है कि कहीं किसी मोड़ पर ऐसा ना हो जाए कि हम एक दूसरे से बिछड़ जाए। साथ में वह यह पूछ भी रहा है आख़िर इतना अच्छा तुम मेरे साथ हो क्या यही सच्चा प्यार है। यह कलयुग है और कलयुग का सबसे बड़ा खासियत है कि लोग खुद के फायदे के लिए बहुत गहरे रिश्ते को भी तोड़ जाते हैं।
अंतिम पैराग्राफ में वह लड़का कहता है कि इस दुनिया को जिस तरह से हमने समझा है और देखा है, तुम जितना मेरा साथ दी हो उतना कोई नहीं देता, अगर प्यार सच्चा ना होता तो, अब तुम पर विश्वास हो गया है कि तुम मुझसे बहुत प्यार करती हो और अब तुम्हीं बताओं की सच में तुम मुझसे सच्चा प्यार करती हो, और यही पर हमने अपना इस कविता को विराम दे दिया है।”
>>Zindagi Ki Dard Bhari Shayari
हालांकि इस कविता में बहुत कुछ और जोड़ा जा सकता है लेकिन हमने ज्यादा कुछ नहीं जोड़ा है, अच्छी क्वालिटी पर हम ध्यान देते हैं ना कि ज्यादा बड़ा लिखने पर। मैं लेखक अभिमन्यु कुमार, इस पोएट्री को लिखा हूँ जो कि हमारे एक दोस्त के प्यार पर आधारित है। मैं उम्मीद करता हूँ आप सभी को हमारा यह कविता पसंद आया हो।
सच्चे प्यार की भावना क्या है?

सच्चे प्यार की भावना वह गहरी और निश्छल अनुभूति है, जो बिना किसी स्वार्थ के किसी के प्रति अपनापन और समर्पण का अनुभव कराती है। यह भावना दूसरों की खुशी को अपनी खुशी मानने, उन्हें हर परिस्थिति में स्वीकार करने, और उनके प्रति ईमानदार और वफादार रहने से जुड़ी होती है। कभी ऐसे सवाल आपके मन में आया है आख़िर ये सच्ची मोहब्बत यानी प्यार होता क्या है।
यह आज भी बहुत ही भ्रामक सवाल है, अक्सर लोग तो इससे समझते समझते अपनी जिंदगी की अंतिम साँसे तक ले लिए है, पहले के ज़माने में सच्चे प्यार का अर्थात होता था एक ऐसा अद्भुत भाव जिसमें एक दूसरे के प्रति खुद को समर्पित कर देते थे यानी सच्चे प्यार में बाहरी सुंदरता से ज्यादा भावनात्मक जुड़ाव और आत्मिक सौंदर्य का महत्व होता है। यह भावना जीवन को एक नया अर्थ और ऊर्जा देती है। वहीं आज अब ज़्यादातर लोग खुद को ज्यादा महत्व देते हैं, प्यार का अर्थ भी काफी हद बदल चुका है।